What Does हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे Mean?

Wiki Article



हल्दी दूध को कैंसर से निजात पाने में भी उपयोगी पाया गया है। यह प्रोस्टेट कैंसर, ब्रैस्ट कैंसर, पेट का कैंसर आदि में उपयोगी पाया गया है।यह कैंसर 

एक्जिमा के इलाज के लिए रोजाना हल्दी दूध का एक गिलास पीएं।

गठिया के दर्द में आराम एक बहुत बड़ा कारण है कि लोग हल्दी दूध और दूसरी आयुर्वेदिक चीजों के उपयोग के लिए जागरूक हुए हैं। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गठिया के दर्द से निवारण पाने में फायदेमंद माने जाते हैं। 

आपने हेल्थजोन के इस लेख में हल्दी के बारे में विस्तार से बड़ा और जाना की हल्दी में कितने ज्यादा औषधि गुण मौजूद है और यह हमारे स्वास्थ्य के लिए कितनी ज्यादा फायदेमंद है । अब हल्दी को अपने खाने में उपयोग करें और इसके स्वास्थ्य लाभ हासिल करें ।  किसी रोग को दूर करने के लिए हल्दी का उपयोग करना हो तो पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें फिर इसका उपयोग करें । आपको हमारा यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे लाइक करे और अपने दोस्तों में शेयर करें ।

और पढ़ें: दाद के इलाज में बुरांश के फायदे

सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार गौरव यात्रा निकालने को लेकर सहारनपुर में तनाव, प्रशासन ने बंद किया इंटरनेट सेवा

वहीं दही एक नेचुरल प्रोबायोटिक है जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने के साथ साथ आपके मेटाबॉलिज्म को भी बूस्ट करता है और इससे शरीर का अतिरिक्त फैट बाहर निकल जाता है.

खांसी चाहे सूखी हो या बलगम वाली दोनों ही कफ दोष प्रकुपित होने के कारण होती है। हल्दी में कफ को संतुलित करने का गुण होता है जिसके कारण यह हर प्रकार की खांसी में लाभदायक होती है।

हल्दी के फायदे त्वचा के लिए । termeric Rewards for skin –

• हल्दी के बहुत अधिक सेवन करने से एनीमिया रोग की संभावना बढ़ जाती है और शरीर में रक्त की कमी होने लगती है।

जुकाम होना एक आम समस्या है और अधिकांश लोग जुकाम से राहत पाने के लिए घरेलु उपायों का ही प्रयोग करते हैं. हल्दी का सेवन जुकाम से राहत दिलाने में बहुत उपयोगी माना जाता है.

आपने ये तो सुना ही होगा कि ग्रीन टी पीने से वजन कंट्रोल रहता है. ग्रीन टी में नींबू मिलाकर पीने से आपके शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकेगा. दरअसल ग्रीन टी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और नींबू में पाए जाने वाले फ्लेवोनॉयड्स दोनों ही जबरदस्त तरीके से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में more info मदद करते हैं.

हल्दी का डीटोक्सीफयिंग गुण बायल का उत्पादन करता है और इन रसायनों को लीवर को नुक्सान पहुंचाने से रोकता है।

इस मसाले के एंटीवायरल गुण आपकी प्राकृतिक प्रतिरक्षा को बढ़ावा देते हैं और वायरस के बढ़ने को रोकते हैं, ताकि आप हेपेटाइटिस जैसे संक्रमणों से बचे रहें। शोध से यह भी पता चलता है कि हल्दी अल्जाइमर रोग की प्रगति को धीमा कर देती है और यहां तक ​​कि कैंसर होने का खतरा भी कम करती है। हल्दी दूध कई बीमारियों के खिलाफ आपकी प्रतिरक्षा में सुधार करने के लिए एक लाजवाब टॉनिक है। इसके एंटीवायरल प्रभाव के कारण, यह विशेष रूप से सर्दी और फ्लू के मौसम में उपयोग होता है। यदि आपके शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र कमजोर है जिसकी वजह से आपको कोई भी संक्रमण आसानी से हो जाता है, तो सुबह खाली पेट या रात को सोने से पहले हल्दी दूध का एक कप पिने की आदत बनाएं।

Report this wiki page